विकट परिस्थिति के बावजूद BRO ने जोजिला दर्रा चालू रखा

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Zozila

Zoji-La Pass
Zoji-La Pass

BRO (बॉर्डर रोड्स आर्गेनाईजेशन) ने पहली बार 31 दिसंबर के बाद भी विकट जोजी पर्वत दर्रे (जिसकी ऊंचाई 11,649 फीट है) को खुला रखा है।

लद्दाख UT के लिए लॉजिस्टिक्स की आपूर्ति लाइन को खुला रखने के लिए BRO की अग्रिम मोर्चे की परियोजनाएं- बीकन और विजयक मौसम की चरम स्थिति में भी चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।

BRO के कर्मियों ने अपनी टुकड़ियों को महान दृढ़ संकल्प के साथ ऑपरेशनल रखा है और नए उपकरणों को शामिल करने से BRO को इस असंभव उपलब्धि को प्राप्त करने में सहायता मिली है।

सीमा सड़क संगठन (BRO) ने 11,649 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस विकट जोजिला की पहुंच में विस्तार कर एक बार फिर उत्कृष्टता के अपने मानक स्तर को और अधिक ऊंचा किया है। यह दर्रा केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। पहली बार जोजी पर्वत दर्रा 31 दिसंबर के बाद खुला रहा है।

BRO ने यह उपलब्धि अपनी अग्रिम मोर्चे की परियोजनाओं- विजयक और बीकन के जरिए प्राप्त की है। ये परियोजनाएं लद्दाख की सामाजिक व् आर्थिक कल्याण के अलावा स्ट्रैटेजिक प्रभाव के क्षेत्र को बनाए रखने के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदार हैं।

पिछले साल इस अवधि को 31 दिसंबर, 2020 तक बढ़ाया गया था। इस साल BRO खामोशी व् दृढ़ रूप से बर्फ को हटाकर और उन्हें अत्याधुनिक बर्फ हटाने वाले उपकरण के साथ जोड़कर अपने खुद के रिकॉर्ड को बेहतर बनाने की यात्रा पर निकल पड़ा था। इन योजना और प्रयासों के परिणाम सभी के सामने है। बीआरओ ने उस उपलब्धि को प्राप्त किया है, जिसे अब तक कई लोग असंभव मानते थे।

लद्दाख केंद्रशासित प्रशासन और स्थानीय लोगों ने इस प्रयास की सराहना की है.यह अतिरिक्त अवधि केंद्रशासित प्रशासन पर लॉजिस्टिक के बोझ को कम करती है। इसके अलावा स्थानीय निवासियों को नजदीक आने वाली कठोर सर्दियों का सामना करने के लिए अतिरिक्त राशन और आपूर्ति का भंडारण करने में सहायता करती है।

2022 के पहले तीन दिनों में BRO और पुलिस कर्मियों की सामूहिक सहायता से लगभग 178 वाहन इस दर्रे से गुजर पाए हैं। इस संख्या को महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि तापमान माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है। इस तरह बर्फ को हटाने के अलावा क्षेत्र को सड़क के योग्य बनाए रखने के लिए दैनिक आधार पर रखरखाव किया जाता है, जो कि BRO के कर्मियों के अथक और निस्वार्थ प्रयासों से संभव हो पाता है।